Types of Blood |
रक्त क्या है और कैसे हमारे लिए आवश्यक है ।
हमारे सौर मंडल में केबल पृथ्वी ही ऐसा ग्रह है यहाँ पे जीवन मोजूद है और कई जीवो के रूप में है जैसे की पेड़-पोधे , कीट-पतंगे ,जानवर ,पंछी ,जल जीव और सबसे बुद्धिमान मानव .सभी जीवो को कई वर्गों में बांटा गया है जैसे रीढ़ की हड्डी वाले जीव ,बिना रीढ़ की हड्डी वाले जीव और तो और गरम खून वाले जीव और ठन्डे खून वाले जीव ,इस तरह से अरबो प्रकार के जीव इस पृथ्वी पे रहते है. अगर हम खून की बात करे तो इसके कई रंग आपको मिल जायेगे कुछ जीवो के खून का रंग लाल होता है कुछ का नीला ,कुछ का हरा तो कुछ का तो बेरंग होता है खून का एक जीव में होना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है हमारे (मानव) के खून का रंग लाल होता है ,यह हमारे शरीर में कई जरुरी कार्य करता है जैसे की पोषक तत्वों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना , हमारे देह में बन रहे कई जहरीले तत्वों को बहार निकालना ,अगर कही शरीर में चोट लगी हो तो उन हिस्सों तो वापिस से ठीक करता है उनको जरूरी पोषण देकर ।
रक्त को खून या फिर रुधिर भी कहते है,यह हर पल ,दिन, रात हमारे शरीर के धमनियों में से होकर लगातार ऊपर, निचे और दाए ,बाए घूमता रहता है और इसको ऊपर निचे घुमने में मदद करता है हमारा हृदय जो एक पंप की तरह काम करता है और वो भी लगातार चोबीसो घंटे खून को दबाब के साथ हर जगह पहुचने में मदद करता है ,इसके साथ-साथ हृदय रक्त को ऑक्सीजन युक्त करके शुद्ध करता रहता है और फिर यही शुद्ध रक्त जिसमे प्रचुर ऑक्सीजन होती है उसको शरीर के हर हिस्सें तक पहुचता है जिससे हर हिस्से को हर समय प्राण उर्जा मिलती रहती है ।
रक्त दो घटकों से मिल के बना होता है ।
- तरल (Fluid) = प्लाज्मा (Plasma)
- ठोस (Corpuscles) = 1. लाल रक्त कण (Red Blood Cells), 2. सफ़ेद रक्त कण (Red Blood Cells) और 3. बिम्बाणु (Platlets)
रक्त के बारे में कुछ खास बातें ।
1. रक्त का भार हमारे शरीर के भार का 7-8% होता है ।
2. इसका तापमान लघभग 38℃ होता है ।
3. रक्त थोडा क्षारीय (Basic) होता है ।
4. यह पानी से थोडा गाढ़ा (viscous) होता है ।
5. धमनियों (Arteries) का रंग थोरा चमक लिए होता है वही नसों (veins) में रक्त का रंग कुछ नीले या फिर गहरा लाल होता है और यह सब होता है क्युकी धमनियों में ऑक्सीजन की मात्रा अधिक होती है, वल्कि नसों में ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है ।
6. रक्त की ph value 7.35-7.45 होती है ।
7. रक्त हमारे शरीर का तापमान बरक़रार रखता है ।
8. रक्त पचे हुए भोजन से प्राप्त हुए विटामिन्स को और मिनरल्स को आंतो से शोख कर पूरे शरीर के हर एक हिस्से तक पहुचाता है।
9. रक्त ही है जो हमारे शरीर में बन हर तरह के हॉर्मोन को हर हिस्से तक ले जाता है ।
10.इन सबके साथ-साथ रक्त हमारे शरीर में बन रहे विषयले तत्वों जैसे की यूरिया (Urea), भारी धातुओं (Heavy Metals) इतिअदि भी रक्त में सफ़र करते हुए किडनी या फिर अन्य अंगो द्वारा विसर्जित कर दिए जाते है ।
रक्त के मुख्य घटकों के महत्वपुर्ण कार्य
लाल रक्त कण (Erythrocytes)
1. लाल रक्त कण फेफरो (Lung) से ऑक्सीजन लेकर पूरे शरीर में घूमते हुए इस ऑक्सीजन को हर हिस्से तक पहुचाते है और इसके साथ ही दूषित गैस जैसे कार्बन डाइऑक्साइड को हर हिस्से से लेकर वापिस फेफरो तक ले आता है है ताकि इसको बहार फेका जा सके ।
2. रक्त का 45 % भाग लाल रक्त कण का होता है ।
3. लाल रक्त कण का आकार disc की तरह और उभयावतल (biconcave) होता है ।
4. लाल रक्त कण का व्यास (diameter) 6.2-8.2 micrometer होता है ।
5. इसके अंदर नाभिक (Nucleus) नहीं होता ताकि हीमोग्लोबिन इसके अंदर समां सके ।
6. एक व्यस्क इन्सान के शरीर में ,एक सेकंड में चोबीस लाख लाल रक्त कण बनते है।
7. इसका जीवनकाल (Lifespan) 100-120 दिन होता है।
8. हर रीड के हड्डी वाले जीव में लाल रक्त कण होते किन्तु सिर्फ एक ऐसा जीव है जिसको Crocodile Icefish
कहते है उसमे यह लाल रक्त कण नहीं मिले है।
9. लाल रक्त कण चार महीनो के बाद अपने आप ही प्लीहा (Spleen)के अंदर जाकर नष्ट हो जाते है।
10. एक व्यस्क इन्सान में 30 ट्रिलियन लाल रक्त कण होते है ।
11. एक व्यस्क पुरुष के 1 Microliter रक्त में 5-6 million लाल रक्त कण होते है ,वही एक व्यस्क औरत के 1 Microliter रक्त में 4 -5 Million लाल रक्त कण होते है ।
सफ़ेद रक्त कण=(Leucocytes)
1. यह रक्त का वो बहुमूल्य अंग है जिससे हमारे शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र बनता है ।2. सफ़ेद रक्त कण हमारे रक्त का 0.7% भाग होता है ।
3. यह शरीर के असित मज्जा (Bone marrow) में बनता है ।
4. सफ़ेद रक्त कण का व्यास Diameter 12-17 Micrometer होता है - यानि यह लाल रक्त कण से 3 गुना बड़े होता है ।
5. सफ़ेद रक्त कण का आकार बेडौल और अनियमित (Irregular) होता है ।
6. इनमे नाभिक (nucleus) नहीं होता है ।
7. एक लीटर रक्त में 4000,000,000-10,000,000,000 सफ़ेद रक्त कण होते है ।
8. पुरुष के 1 ml रक्त में 4000-11000 सफ़ेद रक्त कण होते है और स्त्री के 1 ML रक्त में 4000- 10000 सफ़ेद रक्त कण होते है ।
सफ़ेद रक्त कण के प्रकार
1. Monocytes= यह बैक्टीरिया और अन्य कीटाणुओं को ख़तम करने में मदद करते है तथा इसके नाभिक का आकार गुर्दे के आकार का होता है
2. Lymphocytes= यह एंटीबाडीज बना कर monocytes की अन्य कीटाणुओंको से लड़ने में मदद करते है
3. Neutrophils= इनका जीवनकाल 6 घंटो से लेकर कुछ दिन होता है ,बाकि सब सफेद कण कोशिकाओं के प्रकारो में से यह सबसे ज्यादा मात्रा में मौजूद होते है, यह सफेद कण में 50 से 60 % होते है, इनका मुख़्य कार्य फंगस(Fungus) से युद्ध करना है ।
4. Basophils= यह कण बहुत दुर्लभ होते है ,सफेद कण कोशिकाओं में सिर्फ 0. 5 % ही बेसोफिल होते है तथा यह दो तरह के प्रोटीन्स हिस्टामीन और हेपरिन बनाते है जो नसों को और चौरा करके चोट लगे स्थान पे रक्त पंहुच कर clotting में मदद करते है।
5. Eosinophils = यह कण सफेद रक्त कणों का 3 -4 % होता है इसका जीवन काल 8 -12 दिन होते है इनका मुख़्य कार्य पैरासाइट (Parasite) से युद्ध करना है ।
बिम्बाणु (platlets) = (thrombocytes)
1. थ्रोम्बो (Thrombo) का अर्थ होता है Clot ,और Cyte का अर्थ होता है कोशिका (Cell)।
2. इसका व्यास 2 -3 माइक्रोमीटर होता है ।
3. अगर हमारे शरीर के किसी हिस्से पे कट जाये या फिर जखम हो जाये तो वहा से बह रहे खून को रोकता है और जखम वर देता है ।
4. इसका आकर चपटा अंडाकार आकृति (Oblate spheroid) होता है।
5. इसका उत्पादन हमारे शरीर की किडनियों (Kidneys) और जिगर (Liver) के द्वारा बनाये गए हॉर्मोन (Thrombopoietin) से निर्धारित होता है ।
6. हमारा शरीर रोजाना 100 करोड़ बिम्बाणु बनाता है, और यह प्लीहा और जिगर में नष्ट हो जाते है ।
7. इसका जीवनकाल (Lifespan) 8-12 का दिन होते है।
प्लाज्मा (plasma)
यह रक्त का अभिन्न अंग होता है ,इसमें ही सफेद रक्त कण,लाल रक्त कण और बिम्बाणु तैरते रहते है , इसका 95 % हिस्सा पानी होता है और बाकि 5 % भाग में मुख्य तोर पर प्रोटीन्स, इनोर्गानिक लवण (Salts), ग्लूकोस, एमिनो-अम्ल, चर्वी, यूरिया, और होर्मोनेस इतिअदि विद्यमान होते है ।यह रक्त का 54.3 % होता है ।
हीमोग्लोबिन (Haemoglobin)
हमारी लाल रक्त कोशिकाओं के नाभिक (Nucleus) नहीं होते वल्कि उसकी जगह पे हीमोग्लोबिन (Haemoglobin) नाम का एक प्रोटीन होता है इसमें चार Heme वर्ग (Group ) होते है ,एक व्यस्क पुरुष के रक्त में 2.5 ग्राम लोहा पाया जाता है ।
हीमोग्लोबिन (Haemoglobin) का मुख्य कार्य हमारी हर एक कोशिका को ऑक्सीजन पहुंचना है
अगर आपको मेरी यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे share जरूर करे धन्यबाद ।
0 टिप्पणियाँ
कोई सवाल या सुझाव के लिए हमें कमेंट करे